संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सेना में अग्निवीर योजना को लेकर सोमवार को सवाल उठाए. अपने भाषण के दौरान उन्होंने पंजाब के एक अग्निवीर की शहादत और उसके परिवार का जिक्र किया. इसके बाद बरनाला जिले के शहीद अग्निवीर का परिवार सामने आया है. परिवार का कहना है कि अभी तक हमें कुछ भी नहीं दिया गया है. बरनाला के गांव मेहता का अग्निवीर सुखविंदर सिंह अप्रैल 2024 में ड्यूटी के दौरान जम्मू में शहीद हो गए थें.
परिवार को किसी भी सरकार की ओर से कोई मदद या सुविधा नहीं दी गई है. जिससे शहीद अग्निवीर का परिवार सरकार से नाराज है. सुखविंदर सिंह की मां ने सीधे तौर पर अग्निवीर योजना का विरोध किया है. शहीद अग्निवीर की मां और दादी ने कहा कि सुखविंदर सिंह के पिता भी सेना में थें और उनकी नौकरी की सुविधा आज तक परिवार को मिल रही है, लेकिन सुखविंदर सिंह भी देश के लिए शहीद हो गए, इसके बावजूद सरकार ने ऐसा किया, उसे कोई सुविधा नहीं दी गई.
जम्मू में हुई थी पहली पोस्टिंग
शहीद अग्निवीर की मां रणजीत कौर ने कहा कि उनका बेटा दिसंबर 2022 में अग्निवीर योजना के माध्यम से भारतीय सेना में शामिल हुआ था. 16 अप्रैल 2024 को शहीद हो गया. उन्होंने कहा कि फौज में भर्ती होने के बाद सुखविंदर सिंह की पहली पोस्टिंग जम्मू में हुई और वहीं वो शहीद हो गया. इसके अलावा बेटे की शहादत की वजह अभी तक सामने नहीं आई है. बेटे की शहादत के बाद किसी भी सरकार की ओर से कोई मुआवजा या सहायता नहीं दी गई.
परिवार अग्निवीर योजना के खिलाफ
उन्होंने कहा कि हमारा परिवार अग्निवीर योजना के खिलाफ है, क्योंकि इस योजना के तहत सेना में भर्ती हुए युवाओं को कोई सुविधा नहीं दी जाती है. शहादत के बाद बेटे के अंतिम संस्कार में सलामी तक नहीं दी गई. उस मौके पर तमाम राजनीतिक दलों के नेता घर आये और परिवार से कई वादे किये, लेकिन आज तक कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मेरे पति सेना में थे, जिससे प्रोत्साहित होकर बेटा भी सेना में शामिल हो गया. पति की नौकरी की सारी सुविधाएं परिवार को आज तक मिल रही हैं. लेकिन बेटे की शहादत के बाद भी कोई सुविधा नहीं मिली है.